26 फरवरी 2024 को दाम्पत्य जीवन के 15 वर्ष पूर्ण होने पर गीत✍️ उपमेंद्र सक्सेना एडवोकेट
26 फरवरी 2024 को दाम्पत्य जीवन के 15 वर्ष पूर्ण होने पर
गीत✍️ उपमेंद्र सक्सेना एडवोकेट
फेरे सात नहीं यह केवल
जन्मों- जन्मों का है बंधन
नाम तुम्हारे कर दीं अपनी
श्वासें हों या दिल की धड़कन।
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बिना तुम्हारे इस जीवन में
पूर्ण शून्यता घोर अँधेरा
वंचित था आभामंडल से
गहन वेदनाओं का डेरा
गीत हर्ष के लिखता कैसे
भाव मर्सिया ने था घेरा
बोझिल रातें लंबी इतनी
सात समुंदर पार सवेरा
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अपनाया तुमने जब हमको
खिला मरुस्थल में भी उपवन
नाम तुम्हारे कर दीं अपनी
श्वासें हों या दिल की धड़कन ।
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स्वाभिमान की पगडंडी पर
कष्टों के बादल थे छाए
बंद मदद के दरवाजे सब
अपनों ने भी रंग दिखाए
धीर बँधाया तुमने ऐसा
तूफानों में दीप जलाए
दुःख की उठती लहरें थामीं
आशाओं के महल बनाए
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सच्चाई से जहाँ डिगे हम
वहीं दिखाया तुमने दरपन
नाम तुम्हारे कर दीं अपनी
श्वासें हों या दिल की धड़कन।
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संकल्पों की सीढ़ी चढ़कर
कर्तव्यों से डिगे न हारे
जीत लिए दिल सबके तुमने
बने यहाँ आँखों के तारे
चंदन सा तन देख अचंभित
नंदनवन के खुलते द्वारे
बुरी नज़र से बचकर रहना
सब कुछ हो बस तुम्हीं हमारे
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बहे प्रेम की अविरल सरिता
त्याग तुम्हारे हैं मनभावन
नाम तुम्हारे कर दीं अपनी
श्वासें हों या दिल की धड़कन।
🌹🌹
रचयिता ✍️उपमेंद्र सक्सेना एडवोकेट
'कुमुद- निवास'
बरेली (उत्तर प्रदेश )
मोबा. : 98 379 44187
RISHITA
26-Feb-2024 04:45 PM
Amazing
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Mohammed urooj khan
26-Feb-2024 01:13 PM
👌🏾👌🏾👌🏾👌🏾
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KALPANA SINHA
26-Feb-2024 10:37 AM
V nice
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